सरकार की सोच आधार कार्ड को लेकर स्पष्ट लग रही है। केंद्र सरकार आधार को पहचान का एक विश्वसनीय और सुरक्षित तरीका बनाना चाहती है। और हर आदमी के पास आधार हो इसके लिए भी सरकार कई उपाय कर रही है। इसके लिए सरकार अब चहरे की पहचान (aadhar face verification) का विकल्प भी आधार में जोडने जा रही है। क्योकि कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोगो के अंगुली के निशान नही आ पाते। या फिर उनकी आंख की पुतलियों की पहचान नही हो पाती। ऐसे में किसी एक भी तरीके से पहचान ना हो पाने पर आधार नही बन पाता। सरकार चाहती है कि सभी के पास आधार नंबर हो। इसलिए अब सरकार आधार में पहचान के चिन्ह के रुप में चहरे को भी मान्यता देने जा रही है।
यह भी देखें : अपने साथ हुए मजाक का खतरनाक बदला लिया सनी लियोनी ने, देखिए वायरल वीडियो
आधार का यह नया फीचर (aadhar face verification) 1 जुलाई से लागू होगा। इस फीचर के लांच होने के बाद आप अपने चहरे को भी बायोमेट्रिक पहचान के रुप में इस्तेमाल कर पायेगे। चहरे की पहचान का यह फीचर अंगुली के निशान या आंखो की पुतली की पहचान के साथ जोडा जा सकता है। गौरतलब है कि कई मामलो में ऐसा होता है कि बच्चो या बुर्जुगो के हाथो के निशान या आंख की पुतली के निशान नही आ पाते। ऐसे लोग वर्तमान व्यवस्था में आधार कार्ड नही बनावा पाते। लेकिन अब इस नये aadhar face verification फीचर के आ जाने के बाद सभी असानी से आधार कार्ड बनवा सकेगे। इसके अलावा सरकार आधार की सुरक्षा पर भी पूरा ध्यान दे रही है। यूआईडीएआई ने आधार की सुरक्षा के लिए अब वर्चुअल आइडी की व्यवस्था की है। यह वर्चुअल आईडी आपको जहां भी आधार की जरुरत होए वहा देनी होगी। और इस आईडी से आपके आधार की सूचना वह देख सकेगा।
यह भी पढ़े : क्या रिलीज होगा बाहुबली का तीसरा भाग, यहां जानिए सच
वर्चुअल आईडी भी आधार नंबर की तरह ही एक नंबरो का सेट होगा। इस वर्चुअल आईडी में 16 अंको का एक सेट होगा। इसे आप खूद जनरेट कर सकेगे। फिर जहां आपको आधार नंबर देने की जरुरत होगीए वहा पर आप यह आईडी देकर काम चला सकेगे। इसे आप चाहे जितनी बार जनरेट कर सकेगे। और एक बार जनरेट करने के बाद यह एक सीमित सयम के लिए काम कर सकेगी। जिससे आपका डाटा सुरक्षित रहेगा। यह सुविधा आपको 1 मार्च से मिलनी शुरु हो जाएगी। और सभी एजेसियो के लिए यह अनिवार्य होगा कि वह वर्चुअल आईडी को स्वीकार करे।